राजधानी दिल्ली में सिथ्त यमुना में कल रात 17 सेंटीमीटर की गिरावट आई है। बाढ़ जैसे हालत के लिए दिल्ली में सभी स्कूलो को 16 जुलाई तक बंद कर दिया गया है, वही दूसरी तरफ दिल्ली के तमाम इलाकों में पानी घुटनों तक भर चुका है जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है। इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एलजी विनय सक्सेना से फोन पर दिल्ली में चल रही सिथ्ति की पूरी जानकारी ली।
राजधानी दिल्ली बना समुन्द्र, जबकि गुरुवार रात यमुना में करीब 17 सेंटीमीटर की गिरावट आई है, लेकिन अभी भी दिल्ली में सैलाब का खतरा जारी है, यमुना नदी अभी भी खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है। इस बीच राजधानी के कई इलाकों में पानी भर चुका है। जिसमें आईटीओ में पानी भर गया, राजघाट में भी पानी भर चुका है, वही नदी के किनारे की बस्तियों से आगे बढ़कर पानी लाल किले और रिंग रॉड तक पहुच गया। जिसके चलते आज लाल किले
में पर्यटकों जाने से रोक दिया गया है।
बाढ़ को देखते हुए दिल्ली तमाम स्कूल 16 जुलाई तक बंद कर दिए गए है। वही दूसरी तरफ प्रधानमातृ नरेंद्र मोदी ने फ़्रांसह से केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एलजी विनय सक्सेना से फोन पर दिल्ली में चल सीथति के बारे जानकारी ली।
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में हल्की-हल्की बारिश होने की संभावना है। ( जाफरपुर, नजफ़गढ़, द्वारका, पालमं, आईजीआई एयरपोर्ट, आयानगर, डेरामंडी ) के अलावा दिल्ली एनसीआर ( गुरुग्राम ), गोहाना , सोनीपत बता दें इन इलाकों में बारिश होने की आशंका जताई गई है। इसी के साथ, बताया गया अगर अब भी इन इलाकों में बारिश हुई तो, दिल्लीवासियों के लिए और मुसीबत बढ़ सकती है।
इसी बीच एक खबर ये भी है की, दिल्ली का गढ़ी मांडू गाँव में भारी बारिश का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है। चूंकि पूरा गाँव नदी में तब्दील हो चुका है। यहा पर लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
वही यमुना बाजार इलाके में भी चारों तरफ पानी भर चुका है। हालांकि वहा एनडीआरएफ की तरफ से नाव से लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है।
नोएडा भी आया बाढ़ के चपेट में
आपको बता दें यमुना में आई बाढ़ के चंगुल से नोएडा भी नहीं बच पाया। बाढ़ के असर नोएडा में भी दिखाई दे रहे है, नोएडा का सेक्टर 168 में जलभराव हो गया है। यहा काफी लोग पानी में फंस गए है। हालांकि एनडीआरएफ की टीम वहा पे लोगों को रेस्क्यू करने में लगी है।
जिन इलाकों मने पानी भर गया है। वहा एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए है जो की लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुचा रहे है।
यमुना के जलस्तर के चलते आईटीओ बराज के पाँच गेट भी जाम हो गए है।
बाढ़ के चलते दिल्ली के तीनों बॉर्डर से ट्रक और बसों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। वही सरकारी कर्मचारियों को घर से ही काम करने के आदेश दिए गए है।
हथिनीकुंड बैराज से 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बता दें यमुना खादर इलाके में एक टापू पर फंसे 150 लोगों को भी एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया है।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास तक नहीं गया पानी
दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास तक नहीं गया पानी। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद दी है। दरअसल गुरुवार को ऐसी खबरे आ रही थी, की सीएम के आवास के पास भी यमुना का पानी पहुँच चुका है।