हरियाणा के नूँह से दो समुदाय के बीच हिंसा की बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल हरियाणा के नूँह में हिन्दू संगठनों की यात्रा निकलाने के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई। जिसकी चपेट में गुरुग्राम और फरीदाबाद तक आ गए है। दोनों समुदायों ने एक दूसरे के ऊपर जमकर पथर बरसाए है आगजनी की गई। जिसके चलते सरकार को नूँह जिले में कानून व्यवस्था की ठीक से बनाए रखने के लिए नूँह में कर्फ्यू लगना पड़ा इसके अलावा केंद्र से एक हफ्ते के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की करीब 20 कंपनिया मांगी।
हरियाणा के मेवात और सोहना में दो समुदायो के बीच जमकर हंगामा हो गया। जिसके कारण हरियाणा के नूँह को कर्फ्यू लगाना पड़ा साथ ही, रैपिड एक्शन फोर्स की करीब 20 कंपनियों को मांगना पड़ा। बता दें हिंसा की आग गुरुग्राम, फरीदाबाद तक पहुँच गई है, 90 से अधिक गाड़ियों में तोडफोड हुई है आगजनी की गई।
बता दें इस हिंसा की शुरुवात नूँह जिले से हुई है, दरअसल यहा ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दो घुटो में टक्कर हो गई। उसके बाद दोनों समुदायों में बहस शुरू हो गई उसके बाद बहस ने हिंसा का रूप ले लिया और देखते ही देखते पथराव के साथ गोलिया भी चल गई। इस हंगामे में दो होम गार्डस समेत 3 अन्य यात्रियों की मारे जाने की खबर सामने आई है, वही दूसरी तरफ 10 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए है। जिसके बाद नूँह जिले में कर्फ्यू लग गया है, साथ ही, इंटरनेट सेवाओं को भी 3 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। हिंसा के कारण गुरुग्राम, फरीदाबाद और रेवाड़ी में धारा 144 लगा दी गई है, साथ ही, इन जगहों पर तमाम स्कूलों बंद किए गए है।
हरियाणा में हिंसा के चलते राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया गया है। जबकि यहा की चार तहसीलों में इंटरनेट सेवा को बंद करना पड़ा है।
हरियाणा में हिंसा के कारण नूँह जिले मे कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए केंद्र से एक हफ्ते के लिए रैपिड एक्शन फोर्स मांगी गई है। इन फोर्स की जिले के सवेदनशील इलाकों में ड्यूटी लगाई जाएगी।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, नूँह में हिन्दू संगठन ब्रजमंडल की यात्रा निकलना तय था। जिसके बाद तय किए गए वक्त ब्रजमंडल यात्रा मेवात से शिव मंदिर के सामने से निकाली जा रही थी की उसी दौरान दूसरे समुदायों के कुछ लोगों ने यात्रा कर रहे सामने आ के अनाब शनाब बोलना शुरू कर दिया उसके बाद बहस कब हिंसा में तब्दील हो गई पता ही नहीं चला और फिर यात्रा में पथर बरसाए गए उस दौरान यात्रा में बजरंग दल के कई लोग शामिल थे। जबकि मोनू मनेसर ने पहले ही यात्रा की वीडियो शेयर कर तमाम लोगों को यात्रा में शामिल होने के लिए इसके अलावा मोनू मनेसर ने भी कहा था की इस यात्रा में वो खुद भी शामिल होने वाले है। हालांकि बाद मोनू मनेसर यात्रा में नहीं आए लेकिन उस दौरान बिटू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के यात्रा में शामिल होने पर तनाव बढ़ा था। उसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने जमकर हंगामा मचाया साथ ही, पथर बरसाए।
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है की मोनू मनेसर नासिर-जुनैद की हत्या का आरोपी है और वांटेड भी हरियाणा के भिवानी मे लोहारु के बारवास गाँव के पास से 16 फरवरी को एक जाली हुई बोलेरो गाड़ी बरामद हुई थी जिसमें दो कंकाल मिले थे। बता दें उन दोनों कंकाल की पहचान नासिर और जुनैद के रूप में हुई थी। इन दोनों की हत्या के मामले में ही मोनू मनेसर चर्चा में आया था।