मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनी बता दें यूपी, उतराखंड समेत हिमाचल में भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है, जिसके चलते इन तीनों राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। इतना ही नहीं, मौसम विभाग का कहना है की भारी बारिश के चलते प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की भी हालात पैदा हो सकते है। आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की भी सूचना मिली है।
कुदरत के कहर और भारी बारिश की तबाही को झेल रहे हिमाचल, उतराखंड के ऊपर से संकट अभी हटा नहीं बल्कि मौसम विभाग ने बताया की भारी बारिश के चलते इन दोनों राज्यों की दिककते और भी बाढ़ सकती है। आपको बता दें, भारतीय मौसम विभाग ने उतराखंड हिमाचल, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश में बेहद ही भारी से भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इतना ही नहीं, भारी बारिश से प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन के हालत पैदा होने की भी आशंका जताई है। बता दें मौसम विभाग ने 21 से 24 अगस्त तक सातों इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
मौसम विभाग ने बताया की हिमाचल प्रदेश और उतराखंड में 115.6 फीसदी से भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इसी के साथ, विभाग ने ये भी बताया की भारी बारिश के दौरान बारिश से प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन के हालात पैदा हो सकते है। साथ ही, बताया की भारी बारिश के चलते आंधी तूफान और बिजली कड़कने की भी दिक्कत हो सकती है।
हिमाचल और उतराखंड इन दोनों राज्यों में बीते कुछ हफ्तों से भारी बारिश हो रही है। जिसके चलते भारी नुकसान हो गया इतना ही नहीं, इन दोनों ही राज्यों में करीब 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, इतना ही नहीं करोड़ों की संपत्ति भी पानी में खाक हो गई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी 21 से लेकर 24 तक भारी बारिश होने का अनुमान है।
पूर्वी यूपी में भी 21 से 24 अगस्त तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा राजस्थान और पूर्वोत्तर के राज्य जैसे ही असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम में आने वाले तीनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है मौसम विभाग ने।
भारी बारिश से होने वाले हालत पर केंद्र की पैनी नजर है
प्रवक्ता ने बताया की केंद्र सरकार हिमाचल, उतराखंड समेत प्रभावित इलाकों पर 24 घंटे पैनी नजर रख रही है। बाढ़ और भूस्खलन की सिथ्ति से निपटने के लिए केंद्र सरकार को आवश्यक राहत और वित्तीय अपनी और से संभव मदद दे रही है। वही बचाव और राहत के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें। जबकि सेना की 9 टुकड़िया और वायुसेना के 3 हेलिकॉप्टर प्रभावित इलाकों पर तैनात किए गए है।