मणिपुर में आए दिन हिंसा की खबरे सामने आ रही है। इसी बीच एक बार फिर गुरुवार को मणिपुर में जमकर हिंसा हुई और हिंसा के चलते इम्फाल में बेकाबू भीड़ को रोकने के लिए आँसू गैस के गोले छोड़े गए थे। दरअसल भड़की भीड़ सीएम के आवास पर घेरा करने जा रही थी। हालांकि इस झड़प में बीजेपी कार्यलय पर हमला भी किया गया था। जबकि इससे पहले कंगपोकपी में फायरिंग के दौरान एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। इस घटना से आक्रोश लोग उस व्यक्ति के शव को लेकर इम्फाल पहुंचे थे।
मणिपुर में हिंसा का सिलसिला अभी भी जारी है। इसी बीच काँग्रेस के नेता राहुल गांधी मणिपुर के दौरे पर पहुंचे। जबकि पिछले 24 घंटे के भीतर ही एक बार फिर हिंसा से मणिपुर झुलस उठा। आपको बता दें गुरुवार को राज्यभर में अलग-अलग जगह घटनाए हुई थी। जिसमे कही जगहों पर गोलियों की बरसात हुई कई पे वाहनों के टायर जलाए गए तो कही भड़के लोगों की भीड़ ने सुरक्षाबलों से मुठभेड़ हुई इस दौरान लोगों की भीड़ पर काबू पाने के लिए सुरशबलों को आँसू के गोले छोड़ने पड़े साथ ही, बल का प्रयोग भी करना पड़ा।
दरअसल पहली बार हिंसा 3 मई को हुई थी उसके बाद से मणिपुर से हिंसा की अलग-अलग घटनाए सामने आ रही है। बता दें करीब 58 दिनों से पूरा राज्य आग गोला बन चुका है। जातीय संघर्ष के बाद से पूरे राज्य के करीब 50,000 लोग 300 से ज्यादा राहत शिविरों में रह रहे है। उस दौरान राज्य के गृह मंत्री भी पूरे राज्य का दौरा कर चुके है, साथ ही, हिंसा में पीड़ित समेत अलग-अलग समुदाय के लोगों की समस्याए सुन चुके है और उनको आश्वासन देते हुए हरसंभव मदद करने के लिए भी कहा है। अब कॉंग्रेस नेता राहुल गांधी भी मणिपुर में दो दिन के लिए दौरे पर गए है. उन्होंने चुराचांदपुर में मौजूद रिलीफ़ कैंप में पीड़ितों के दर्द को सुना है।
मणिपुर के कंगपोकली में पहले हुई फ़ाइरिंग, फिर मुठभेड़
बीते गुरुवार को मणिपुर में अलग-अलग घटनाए हुई थी, इस बीच कंगपोकली जिले दंगाई और सुरक्षाबलों के बीच काफी झड़प हो गई थी। इस बीच पॉलिकेकर्मियों का कहना है की प्रदशनकर्ताओ ने बिना किसी कारण जिले में गोलीबारी कड़ी थी जिसके कारण में सुरक्षाबलों ने सिथ्ति पर काबू पाने के लिए जवाबी फ़ाइरिंग की थी। हालांकि इस हिंसा में एक शख्स की गोली लगने से मौत हो गई जबकि पाँच लोग घायल हुए है. फिलहाल इन लोगों के बारे पता किया जा रहा है. ये घटना हरओथेल की बताई जा रही है। सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है की इस घटना में एक और उगरवादी भी मारा गया है. जिसका शव अब तक बरामद नहीं कर पाए चूंकि घटनास्थल पर काफी गोलीबारी हो रही है रुक रुक कर।
वही मणिपुर में सीएम आवास को भी घेरे जाने की कोशिश की गई
वही दूसरी तरफ इस घटना में शामिल लोग जिस समुदाय से थे वह काफी ज्यादा बुखाला गए थे। और चिंता उस वक्त बढ़ गई जब देर रात प्रदशन में गोली लगे शव को लेकर भीड़ इम्फाल पहुँच गई। राज्य के मुख्यमंत्री के आवास तक जुलूस निकलने की कोशिश भी की गई, और जब पुलिसकर्मियों ने इस भीड़ को सीएम के आवास के पास घेरा बनाने से रुका तब गुस्साए लोगों की भीड़ काफी हिंसक हो गई। जिसके बाद पुलिस को इस भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े साथ ही, लाठीचार्ज करना पड़ा इसी बीच प्रदशन करने वालों ने सड़क पर खड़े वाहनों के टायरों को जला डाला।