अमित कुमार
करनाल : की एक टीम हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो शुक्रवार को एक राजस्व अधिकारी को गिरफ्तार किया पानीपत शिकायतकर्ता से 45,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए जिला रंगेहाथ।
ब्यूरो के अधिकारी के अनुसार, पानीपत में जिला राजस्व कार्यालय में पटवारी के रूप में तैनात संदीप कुमार के रूप में पहचाना गया आरोपी – एक शिकायत और उसके परिवार के सदस्यों की अधिग्रहित भूमि के अवार्ड फॉर्म के फॉर्म और दस्तावेजों के सत्यापन के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था।
विजिलेंस इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर सुमित कुमार के नेतृत्व वाली टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.
उन्होंने कहा कि सीवाह गांव के शिकायतकर्ता सज्जन सिंह ने ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया था कि आरोपी अपनी अधिग्रहीत जमीन से जुड़े काम के लिए 45 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है.
मामले की जांच के बाद टीम ने मौके पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने कहा कि पटवारी पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है
भ्रष्टाचार के आरोप में दो अन्य गिरफ्तार
उधर, राज्य के विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व में दर्ज दो मामलों में करनाल में एचएसवीपी के एसडीई और करनाल में कोषागार विभाग के एक लिपिक सहित दो सरकारी कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया है.
आरोपियों की पहचान करनाल में कोषागार कार्यालय में तैनात लिपिक राज कुमार और एचएसवीपी करनाल में तैनात एसडीई शशि बाला के रूप में हुई है।
कुमार ने बताया कि लिपिक ने शिकायतकर्ता के मृतक पिता, जो पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं, की पेंशन संबंधी फाइल पर कार्रवाई करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी, जबकि एसडीई नियमित रूप से पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में रिश्वत लेता था.
करनाल : की एक टीम हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो शुक्रवार को एक राजस्व अधिकारी को गिरफ्तार किया पानीपत शिकायतकर्ता से 45,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए जिला रंगेहाथ।
ब्यूरो के अधिकारी के अनुसार, पानीपत में जिला राजस्व कार्यालय में पटवारी के रूप में तैनात संदीप कुमार के रूप में पहचाना गया आरोपी – एक शिकायत और उसके परिवार के सदस्यों की अधिग्रहित भूमि के अवार्ड फॉर्म के फॉर्म और दस्तावेजों के सत्यापन के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था।
विजिलेंस इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर सुमित कुमार के नेतृत्व वाली टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.
उन्होंने कहा कि सीवाह गांव के शिकायतकर्ता सज्जन सिंह ने ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया था कि आरोपी अपनी अधिग्रहीत जमीन से जुड़े काम के लिए 45 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है.
मामले की जांच के बाद टीम ने मौके पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने कहा कि पटवारी पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है
भ्रष्टाचार के आरोप में दो अन्य गिरफ्तार
उधर, राज्य के विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व में दर्ज दो मामलों में करनाल में एचएसवीपी के एसडीई और करनाल में कोषागार विभाग के एक लिपिक सहित दो सरकारी कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया है.
आरोपियों की पहचान करनाल में कोषागार कार्यालय में तैनात लिपिक राज कुमार और एचएसवीपी करनाल में तैनात एसडीई शशि बाला के रूप में हुई है।
कुमार ने बताया कि लिपिक ने शिकायतकर्ता के मृतक पिता, जो पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं, की पेंशन संबंधी फाइल पर कार्रवाई करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी, जबकि एसडीई नियमित रूप से पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में रिश्वत लेता था.